राजधानी भोपाल के बजरिया थाना इलाके में गुरुवार शाम सेटिंग ठेकेदार ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। शुरुआती जांच में पुलिस को पारिवारिक विवाद के बाद आत्महत्या की आशंका है। पुलिस का कहना है कि मृतक की पत्नी भी बदहवास हालत में है। जेपी हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा है। उसके बयान दर्ज नहीं किए जा सके हैं। मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार दोपहर 12:30 बजे बॉडी का पीएम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक सीता राम कुशवाहा (38) पिता उमेश सिंह कुशवाहा मूल रूप से विदिशा का रहने वाला था। बीते 8 सालों से भोपाल सेमरा सब्जीमंडी के पास रहते थे और सेटिंग की ठेकेदारी करते थे। 2011 में उसकी शादी हुई थी। उसके दो बच्चे एक लड़का एक लड़की है। मृतक के बड़े भाई कल्याण सिंह कुशवाहा ने बताया कि गुरुवार की शाम को फोन पर साली ने भाई की तबीयत खराब होने की जानकारी दी। तत्काल विदिशा से भोपाल आने को कहा। हम यहां आए तब पता लगा की भाई की मौत हो चुकी है।
आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं
सीता राम की पत्नी जेपी अस्पताल में भर्ती है। उसकी भी तबीयत ज्यादा खराब है, इस बात का खुलासा नहीं किया गया कि बहू ने भी सुसाइड की कोशिश की है कि भाई की मौत के सदमे में उसकी तबीयत बिगड़ी है। सीता राम ने खुदकुशी क्यों कि इस बात की जानकारी भी नहीं है। वहीं पुलिस का कहना है कि मृतक के पास से सुसाइड नोट नहीं मिला है। शुरुआती जांच में पारिवारिक विवाद में सुसाइड की आशंका है।
दोनों बच्चे स्कूल से नहीं लौटे थे
पुलिस ने बताया कि घटना के समय मृतक के दोनों बच्चे स्कूल से नहीं लौटे थे। घटना के समय पति और पत्नी दोनों ही घर में अकेले थे। पत्नी बयान देने की हालत में नहीं हैं। उसके होश में आने के बाद बयानों को दर्ज किया जाएगा। तब सुसाइड के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा।