भोपाल की लोकसभा सीट के लिए इस बार मतदाताओं के पास इतिहास बनाने का मौका है। बीते लोकसभा चुनाव 2019 में अब तक के सबसे ज्यादा 65.65% मतदाताओं ने वोट किया था। यह बीते 61 साल में सबसे ज्यादा था। साल 2009 में 45.07% मतदान हुआ था, जो 2004 के चुनाव की तुलना में करीब डेढ़ फीसदी कम था।
लेकिन इसके बाद लगातार दो चुनाव में वोट प्रतिशत बढ़ा है। साल 2014 में 57.79% लोग घरों से निकालकर वोट करने आए थे। साल 2019 में तो रिकॉर्डतोड़ लोग घरों से निकले थे। ऐसे में इस बार भोपााल के पास वोट प्रतिशत में बढ़ोतरी की हैट्रिक का मौका है।
इस बार भोपाल लोकसभा सीट पर भाजपा के आलोक शर्मा और कांग्रेस के अरुण श्रीवास्तव समेत 22 प्रत्याशी मैदान में हैं। यह संख्या पिछले चुनाव से 8 कम हैं। साल 2019 में 30 प्रत्याशी मैदान में थे। 2019 में महिलाएं बढ़-चढ़कर वोट डालने पहुंचीं।
इसी का नतीजा है कि 2014 के लोकसभा चुनाव की तुलना में पिछली बार महिलाओं ने 10.48 प्रतिशत अधिक मतदान किया था, जबकि 2014 की तुलना में पुरुषों के मतदान में 7.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। 2019 लोकसभा चुनाव में पुरुषों ने 67.94 प्रतिशत वोट डाले। महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत 63.15 रहा था।
ग्रामीण इलाके में ज्यादा, शहर में कम मतदान
सबसे ज्यादा मतदान सीहोर विस क्षेत्र में हुआ था।
सबसे ज्यादा पुरुष वोटिंग बैरसिया में। सबसे कम द. पश्चिम में।
सबसे ज्यादा महिला वोटिंग सीहोर में, सबसे कम मध्य में।
सबसे ज्यादा मतदाता 30 से 39 साल के बीच के
लोकसभा चुनाव में पहली बार वोट डालेंगे 46 हजार 420
सबसे ज्यादा मतदाता 30 से 39 साल के 5 लाख 88 हजार 20
सबसे कम मतदाता 80 से 89 साल के 23 हजार 152
भोपाल लोकसभा सीट की तस्वीर
कुल वोटर: 23 लाख 39 हजार 47
पुरुष वोटर: 12 लाख 490
महिला वोटर: 11 लाख 38 हजार 376
अन्य वोटर: 187
सबसे ज्यादा 4 लाख 938 मतदाता गाेविंदपुरा विस क्षेत्र में।
सबसे कम 2 लाख 23 हजार 652 मतदाता सीहाेर में।
कुल मतदान केंद्र: 2358
क्रिटिकल मतदान केंद्र: 493
माइक्रो ऑब्जर्वर: 493
सेक्टर अधिकारी: 180