राजनांदगांव। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में बारिश को ध्यान में रखते हुए जिले में अधिक से अधिक पौधरोपण करने के लिए औद्योगिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों बैठक ली। उन्होंने कहा कि जिले की पहचान जिला मुख्यालय से होती है। इसके लिए व्यवस्थित तरीके से पौधरोपण और रखरखाव करना बहुत जरूरी है। उन्होंने इसके लिए कार्ययोजना बनाकर पौधरोपण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि औद्योगिक संस्थाएं अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए पौधरोपण करें। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने औद्योगिक संस्थाओं से अपने परिसर के साथ आस-पास के क्षेत्र और जिले में पौधरोपण के लिए अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने कहा कि शहर में व्यवस्थित पौधरोपण के साथ पौधों की सुरक्षा करना बहुत जरूरी है। शहर के गार्डन, सड़क किनारे, डिवाईडर, चौक-चौराहे जैसे स्थानों में पौधरोपण कर सकते हैं। औद्योगिक संस्थान स्थान चिन्हांकित कर अपना पौधरोपण कर सकते है। इससे शहर बहुत सुन्दर दिखेगा और व्यवस्थित पौधरोपण होगा। उन्होंने औद्योगिक संस्थाओं को एक वर्ष तक के लिए चिन्हांकित क्षेत्रों में पौधरोपण कर रखरखाव करने कहा। उन्होंने अच्छी गुणवत्ता वाले 8 से 10 फीट तक के बड़े पौधों का रोपण करने कहा। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में चिन्हांकित स्थानों में फलदार और छायादार पौधे रोपित करने के लिए कहा। उन्होंने वृक्षारोपण के लिए तिथि निर्धारित करने कहा।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने कहा कि टोल नाका बचाने के लिए ठेकेदार एवं सप्लायर्स ग्रामीण क्षेत्र की छोटी सड़कों का उपयोग नहीं करें। इसके लिए लगातार जांच की जाएगी और ऐसे कार्य करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि औद्यागिक संस्थान शासकीय पानी टैंक से पानी को बिना अनुमति से नहीं लेने कहा। इसके लिए पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य है। बिना अनुमति से पानी का उपयोग करने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। औद्योगिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी औद्योगिक संस्थाओं को संस्था में कार्यरत कर्मचारी एवं मजदूरों की मूल निवास के साथ संपूर्ण जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने सभी औद्योगिक संस्थाओं को अपने संस्थान की सुरक्षा व्यवस्था को अच्छे से रखने कहा।
पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने औद्योगिक संस्थाओं में कार्यरत मजदूरों का चरित्र सत्यापन कराने कहा। जिसकी जानकारी पुलिस और संबंधित संस्थान के पास होना चाहिए। कार्यरत मजदूरों के संबंध में उनके मूल निवास, आधार कार्ड जैसे दस्तावेज को रखना होगा। उन्होंने कहा कि औद्योगिक संस्थान की सुरक्षा के लिए चारो तरफ अच्छी गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरा लगाने कहा। जिससे किसी प्रकार की घटना होने पर जांच कार्रवाई में मदद मिलेगी। संस्थान में सुरक्षा गार्ड लगाने कहा। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी आयुष जैन, सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह, आयुक्त नगर निगम अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम खेमलाल वर्मा, उद्योग एवं श्रम विभाग के अधिकारी तथा जिले के औद्योगिक संस्थाओं के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।